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CM Yogi Adityanath का नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसानों से संवाद

CM Yogi Adityanath का नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसानों से संवाद

CM Yogi Adityanath ने नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण का प्रतिकर 3,100 रु0 प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 4,300 रु0 प्रति वर्गमीटर तक करने की घोषणा की

CM Yogi Adityanath ने नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के अंतिम फेज के भूमि प्रदाता किसानों से आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के तीसरे चरण के भूमि अधिग्रहण के एवज में देय प्रतिकर को 3,100 रुपये प्रति वर्गमीटर से बढ़ाकर 4,300 रुपये प्रति वर्गमीटर तक करने की घोषणा की।इसके अलावा नियमानुसार ब्याज भी देय होगा। उन्होंने कहा कि अधिग्रहण से प्रभावित हर एक किसान परिवार के व्यवस्थापन, रोजगार और सेवायोजन के समुचित प्रबन्ध किए जाएंगे। इसके लिए किसानों ने मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब लखनऊ से सीधे अयोध्याधाम जाकर श्रीरामलला के दर्शन-पूजन करेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के विकास के लिए भूमि दे रहे किसानों से संवाद किया, उनकी आशंकाओं, जिज्ञासाओं और मांग के बारे में बातचीत की। उन्होंने संवाद कार्यक्रम के बीच में सी0ई0ओ0 यीडा (यमुना एक्सप्रेस-वे इण्डस्ट्रियल डेवलपमेन्ट अथॉरिटी) को मंच पर बुलाया और अब तक दो चरणों में हुए भूमि अधिग्रहण और प्रभावित किसान परिवारों के व्यवस्थापन के बारे में पूछा। सी0ई0ओ0 ने किसानों के सामने मुख्यमंत्री जी को एक-एक कर सारी गतिविधियों की जानकारी दी और बताया कि वर्तमान में केवल उन्हीं को प्रतिकर दिया जाना शेष है, जिनका उत्तराधिकार, वरासत आदि से सम्बन्धित प्रकरण लम्बित है। मुख्यमंत्री जी ने सी0ई0ओ0 यीडा को हर एक किसान से मिलने और उनकी समस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अगले वर्ष अप्रैल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों से एशिया के सबसे बड़े नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया जाएगा। नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर की वेलीडेशन फ्लाइट की सफलतापूर्वक लैंडिंग विगत 09 दिसम्बर को की जा चुकी है। अप्रैल 2025 से यहां से उड़ान सेवा भी प्रारम्भ हो जाएगी। अब यहां 40 एकड़ क्षेत्रफल में एम0आर0ओ0 का भी विकास होगा। यहां दुनिया भर के विमानों की मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉलिंग भी की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना से औद्योगिक अवस्थापना का संरचनात्मक विकास होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, विनिर्माण एवं निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा तथा हवाई यातायात सुगम होगा। पर्यटन में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस एयरपोर्ट के निकट कई औद्योगिक सेक्टरों का विकास यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में हुआ है। आने वाले दिनों में यह क्षेत्र औद्योगिक और सर्विस सेक्टर की गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। जेवर अब तक अंधेरे में डूबा हुआ था। अब वैश्विक पटल पर चमकने का समय है। अगले 10 वर्षों में यह देश का सबसे विकसित क्षेत्र होगा। पूरी दुनिया यहां की समृद्धि को देखेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री आवास पर किसानों का स्वागत करते हुए उन्होंने एयरपोर्ट के विकास में सहयोग के लिए सराहना भी की। उन्होंने कहा कि अब तक मात्र दो वर्षों में इसके लिए 1,334 हेक्टयर यानी लगभग 3300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण बिना किसी विवाद के सम्पन्न हुआ है। सारी कार्यवाही किसानों की सहमति से हुई है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी ईस्टर्न पेरीफेरल रोड से भी यमुना एक्सप्रेस वे पर इण्टरचेंज बनाकर की जाएगी। दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड रेल से भी नोएडा एयरपोर्ट के टर्मिनल के पास स्टेशन बना कर जोड़ा जाना है। साथ ही, नई दिल्ली और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए आर0आर0टी0एस0 रेल के डी0पी0आर0 का अनुमोदन राज्य सरकार द्वारा किया जा चुका है तथा इसे अंतिम
अप्रूवल के लिये भारत सरकार को भेज किया गया है। इसके बाद दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट की दूरी मात्र 21 मिनट में तय होगी। इसके अलावा, नोएडा एयरपोर्ट को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे से बल्लभगढ़ (हरियाणा) से जोड़ा जा चुका है। यह 30 किमी लम्बा है, जो 8.5 किमी0 उत्तर प्रदेश में तथा 21.5 किमी0 हरियाणा में स्थित है। इस हेतु एन0एच0ए0आई0 द्वारा निर्माण की कार्यवाही की जा रही है। कार्यक्रम के सूत्रधार रहे विधायक जेवर श्री धीरेंद्र सिंह ने किसानों की मांग पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।

ज्ञातव्य है कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर गौतमबुद्ध नगर जनपद में यमुना विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में बनने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। जुलाई, 2017 में इस इण्टरनेशनल एयरपोर्ट की साइट क्लियरेन्स व मई, 2018 में इसकी सैद्धांतिक अनुमति भारत सरकार ने प्रदान की थी। पर्यावरणीय अनुमति के साथ-साथ भारत सरकार के विभिन्न मन्त्रालयों और एजेन्सियों से सभी प्रकार की एन0ओ0सी0 प्राप्त कर ग्लोबल बिडिंग के द्वारा एवीएशन सेक्टर की कम्पनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी का चयन किया गया। निर्धारित समय में कार्य पूर्ण करने की यह एक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय उपलब्धि रही है। यह एयरपोर्ट 100 मीटर ऐक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित है, जिसे आधुनिक इंटर्चेंज बना कर जोड़ा जा रहा है। एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस वे के समानान्तर 60 मीटर सर्विस रोड का निर्माण कर जोड़ा जा चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्पूर्ण 3300 एकड़ भूमि का लाइसेन्स और कब्जा ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी की एस0पी0वी0 कम्पनी-यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को वर्ष 2021 में सौंप कर वर्षों की कल्पना को साकार कर दिया है। इस एयरपोर्ट का विकास चरणबद्ध रूप में हो रहा है। पहले स्टेज में यह
एयरपोर्ट दो रनवे का होगा, जो दूसरे स्टेज में बढ़ कर पाँच रनवे का हो जाएगा। दो रनवे का यह एयरपोर्ट 70 मिलियन यानी 07 करोड़ वार्षिक यात्रियों की क्षमता का होगा और इस पर लगभग 30 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसका विकास चार चरणों में होगा।

प्रथम चरण में वर्ष 2024-25 में 12 मिलियन यानी 01 करोड़ 20 लाख वार्षिक यात्रियों की क्षमता का यह एयरपोर्ट प्रारम्भ में एक रनवे का होगा। जो वर्ष 2031 में बढ़कर 30 मिलियन यानी 03 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का और दो रनवे का हो जाएगा। एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के क्रम में दूसरे स्टेज में तीन रनवे बनाए जाएँगे। तीसरा रनवे 1,365 हेक्टेयर में, चौथा रनवे 1,318 हेक्टेयर और पाँचवा रनवे 735 हेक्टेयर में बनाया जाएगा।

तीसरे रनवे के निर्माण के लिए आवश्यक 1,365 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा की किया जा चुका है। तीनों रनवे की कुल क्षमता 225 मिलियन यानी 22.50 करोड़ यात्रियों की प्रति वर्ष होगी। इस प्रकार नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट जेवर, जो विस्तारीकरण के बाद 05 रनवे का होगा, इसमें कुल 295 मिलियन यानी 29.50 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष यात्रा कर सकेंगे।

source: http://up.gov.in

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