CM Bhagwant Mann ने सीमावर्ती क्षेत्र के बहादुर जवानों की पीठ में छुरा घोंपने के लिए पारंपरिक दलों पर हमला किया
CM Bhagwant Mann ने कहा राजनीतिक बदले के लिए झूठे मामलों में फंसाकर पीढ़ियों को बर्बाद किया गया है
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य की पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों पर सीमावर्ती क्षेत्र के बहादुर लोगों की पीठ में छुरा घोंपने और उनकी कई पीढ़ियों को उनके निहित राजनीतिक हितों के लिए बर्बाद करने का आरोप लगाया।
बटाला में हाल ही में अपग्रेड की गई चीनी मिल का लोकार्पण करने के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का प्रगतिशील और उर्वर सीमावर्ती क्षेत्र परम्परागत राजनीतिक दलों के उदासीन रवैये के कारण विकास की गति में पिछड़ गया है। उन्होंने कहा कि इन दलों के नेताओं ने सत्ता का दुरुपयोग कर राज्य की युवा पीढ़ियों को झूठे मामलों में फंसाकर बर्बाद कर दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रदेश के सीमावर्ती जिलों के निवासी बहादुर लोग हैं, जिन्होंने हमेशा देश की एकता और संप्रभुता की रक्षा की है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह महान गुरुओं द्वारा धन्य पवित्र भूमि है और यहां बहादुर और कड़ी मेहनत करने वाले लोग रहते हैं, जिन्हें पारंपरिक दलों के राजनीतिक प्रतिशोध के कारण नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा कि महान देशभक्त और राष्ट्रवादी पैदा करने वाले इस क्षेत्र ने पारंपरिक दलों के शासन के दौरान विकास नहीं देखा है। भगवंत सिंह मान ने अफसोस जताया कि उनके भारी योगदान के बावजूद इस क्षेत्र के लोगों को पारंपरिक दलों ने धोखा दिया है।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए अथक प्रयास कर रही है, जिसके कारण 296 करोड़ रुपये की लागत से इस उन्नत चीनी मिल का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि मिल में 3500 टन चीनी पेराई करने की क्षमता है और इसमें 14 मेगावाट का सह-उत्पादन संयंत्र है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस मिल में रिफाइंड चीनी का उत्पादन किया जाएगा और ऐसा करने वाली यह राज्य की पहली सहकारी चीनी मिल होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिल का चालू सीजन में 35 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य है और यह बहुत ही पर्यावरण के अनुकूल संयंत्र है। उन्होंने कहा कि यह भारत में अपनी तरह की पहली चीनी मिल है जहां पाइपलाइन में 100% गैस इंजेक्ट की जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मिल की क्षमता 14000 क्यूबिक मीटर प्रतिदिन है और यह पर्यावरण में 30,000 कारों के प्रदूषण को रोकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रतिदिन 150 टन से अधिक कचरे का प्रसंस्करण करेगा और 20 टन सर्वश्रेष्ठ जैविक उर्वरक का उत्पादन करेगा जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष का विषय है कि बहादुरपुर पंजाब का पहला गांव है जहां रसोई गैस पहुंचाने के लिए पाइपलाइन है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह मिल दुनिया भर में उपलब्ध नवीनतम तकनीक से लैस है, इससे क्षेत्र के गन्ना किसानों को बेहद फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष का विषय है कि पंजाब न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में गन्ने की उच्चतम दर दे रहा है, जिससे राज्य के किसानों को अत्यधिक लाभ हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुसार अधिकतम गन्ना मूल्य में राज्य देश का नेतृत्व करता रहेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गन्ना किसानों को हमेशा उच्च दर प्रदान की है और यह प्रवृत्ति भविष्य में भी जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सामाजिक जुड़ाव इतना मजबूत है कि पंजाब की उपजाऊ भूमि पर कोई भी बीज उग सकता है लेकिन नफरत का बीज यहां कभी भी किसी भी कीमत पर नहीं अंकुरित होगा। उन्होंने कहा कि यद्यपि राज्य की कड़ी मेहनत से अर्जित शांति को भंग करने के निरर्थक प्रयास किए जा रहे हैं, पंजाब महान गुरुओं, संतों और संतों की पवित्र भूमि है, जिन्होंने हमें आपसी प्रेम और सहिष्णुता का मार्ग दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा प्रेम और सद्भाव के बंधन को मजबूत करके अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न का विरोध किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी और बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में लाने का श्रेय आप को जाता है। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र उनकी सरकार की शीर्ष पांच प्राथमिकताएं हैं और इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जहां अन्य राजनीतिक दलों ने हमेशा नफरत और विभाजन के एजेंडे को आगे बढ़ाया है, वहीं आप ने इन क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर राजनीति को नई दिशा दी है।
मुख्यमंत्री ने गुरबाणी से आयत ‘पवन गुरु, पानी पिताः, माता धरती महत’ का हवाला देते हुए कहा कि महान गुरुओं ने हवा को गुरु से, पानी को पानी को पिता से और जमीन को धरती को माता के समान मान लिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेकर राज्य की प्राचीन गरिमा को बहाल करने के लिए गुरबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए ऐसे संयंत्र स्थापित कर रही है, जिससे राज्य को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने में मदद मिल रही है।
अकाली नेताओं पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय तक जुबानी जमाने के बावजूद ये नेता लोगों को कुछ भी ठोस देने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कुकर्मों के कारण ही अकाली नेताओं को अब जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है, उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम आदमी की शक्ति सर्वोच्च है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो लोग दावा करते हैं कि वे 25 साल तक शासन करेंगे, उन्हें लोगों द्वारा राजनीतिक गुमनामी में भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए ऐसी परियोजनाएं स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है कि स्थानीय युवाओं को नौकरियां दी जाएं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे नौकरी की तलाश में विदेश पलायन करने वाले लोगों की प्रवृत्ति को उलटने में मदद मिलेगी, जिससे युवाओं को राज्य की सामाजिक आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बनाया जा सकेगा।
इससे पूर्व, कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, विधायक अमन शेर सिंह शेरी कलसी सहित अन्य ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
source: http://ipr.punjab.gov.in